Table of Contents
Kisan Suryoday Yojana || kisan Suryoday Yojana Online || किसान सूर्योदय योजना लाभ || किसान सूर्योदय योजना ऑनलाइन आवेदन
किसान सूर्योदय योजना का उद्घाटन हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 24 अक्टूबर को अपने गृह गुजरात राज्य में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया है इस योजना की घोषणा गुजरात सरकार द्वारा राज्य के किसानो को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को अपने खेतो में सिचाई के लिए सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक तीन फेज बिजली की आपूर्ति की जाएगी। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से इस Kisan Suryoday Yojana से जुडी सभी जानकारी जैसे आवेदन प्रक्रिया ,पात्रता ,दस्तावेज़ आदि प्रदान करने जा रहे है। अतः हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े और इस योजना का लाभ उठाये।
यह योजना गुजरात राज्य के किसानो के बहुत ही लाभकारी योजना है। अब गुजरात के किसानो को सिचाई के लिए पानी की परेशानी नहीं होगी। Gujarat Kisan Suryoday Yojana के तहत राज्य के किसान दिन में सिचाई के लिए तीन फेज बिजली प्राप्त करके अपने खेतो की अच्छे से सिचाई कर सकेंगे। जिससे उन्हें काफी लाभ होगा। गुजरात राज्य सरकार ने 2023 तक इस योजना के तहत बुनियादी ढांचे को स्थापित करने के लिए 3,500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। राज्य के जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते है तो उन्हें इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा। इस गुजरात किसान सूर्योदय योजना के तहत पहले चरण में दाहोद, पाटण, महिसागर, पंचमहाल, छोटा उदयपुर, खेड़ा, आणंद और गिर-सोमना जिले को शामिल किया गया है शेष बाकि बचे जिलों को चरणबद्ध तरीके से इस योजना में शामिल किया जायेगा।
किसान सूर्योदय योजना को हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा गुजरात में सन 2020 में आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से किसानों को सुबह 5:00 बजे से रात 9:00 बजे तक 3 फेस में बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। जिससे कि किसान सिंचाई का कार्य आसानी से कर सकें। गुजरात सरकार द्वारा सन 2022 तक इस योजना के अंतर्गत गुजरात के सभी ग्रामीण क्षेत्रों को कवर किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना के पहले चरण में 1 लाख किसानों को लाभ पहुंचा है एवं इस योजना के दूसरे चरण में 1 लाख 90 हजार किसानों को लाभ पहुंचा है।
जनवरी 2021 में Kisan Suryoday Yojana के माध्यम से गुजरात सरकार द्वारा 4000 ग्रामीण क्षेत्रों को कवर किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह घोषणा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी जी के द्वारा की गई है। इस योजना के माध्यम से आने वाले 3 सालों में गुजरात सरकार द्वारा नए ट्रांसमिशन लाइन एवं सब स्टेशन इंस्टॉल किए जाएंगे जिसकी अनुमानित लागत 35000 करोड रुपए होगी।
राज्य की मुख्यमंत्री विजय रुपाणी जी ने किसान सूर्योदय योजना का दूसरा चरण आरभ कर दिया है इस योजना के तहत पहले चरण में 1 लाख किसानों को कवर किया गया है, जबकि दूसरे चरण में 1 लाख 90 हजार किसानों को शामिल किया जाएगा।इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को अपने खेतो में सिचाई के लिए 3. 80 लाख नए बिजली के कनेक्शन उपलब्ध कराये जायेगे। इस योजना के तहत एक बिजली के कनेक्शन पर 1. 60 लाख रूपये का खर्ज होगा। लेकिन इनमे से किसानो से 10 रूपये लेकर उन्हें बिजली का कनेक्शन दिया जायेगा। बाकि का खर्च राज्य सरकार स्वयं करेगी।राज्य मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा है कि राज्य सरकार जनवरी 2021 के अंत तक 4000 गावो को इस योजना के अंतर्गत कवर करेगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने उत्तर गुजरात के बयाड में की।
योजना का नाम |
किसान सूर्योदय योजना |
इसके द्वारा शुरू की गयी |
पीएम मोदी और गुजरात सरकार द्वारा |
लाभार्थी |
राज्य के किसान भाई |
उद्देश्य |
राज्य में सिचाई के लिए बिजली की आपूर्ति करना |
सरकार द्वारा सन 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए किसान सूर्योदय योजना गुजरात सरकार द्वारा आरंभ की गई थी। इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानों को दिन में बिजली प्रदान की जाएगी। जिससे की कृषि कार्य करने में कोई परेशानी नहीं आए। ज्योति ग्राम योजना के बाद किसान सूर्योदय योजना एक बड़ी और ऐतिहासिक योजना है। जिससे कि किसानों का विकास होगा। किसान सूर्योदय योजना के अंतर्गत राज्य में 11.50 बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणि जी के द्वारा अरवल्ली जिले से दूसरे चरण के अंतर्गत उत्तर गुजरात क्षेत्र के पहले चरण का लोकार्पण किया गया।
इस लोकार्पण में उन्होंने यह बताया कि अब गुजरात के 600 गांवों के किसानों को दिन में बिजली प्रदान की जाएगी। जिससे कि किसानों की आय दोगुनी होने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकेगा। इस योजना को जल्द राज्य के सभी जिलों में लागू किया जाएगा। इसी के साथ मुख्यमंत्री जी द्वारा कई योजनाओं के बारे में बताया गया। जिससे कि किसानों की आय दोगुनी होगी। इन सभी योजनाओं के माध्यम से खेती और गांव दोनों समृद्ध बनेंगे। जिसके साथ पूरा राज्य तथा देश समृद्ध बनेगा। अब किसानों को Kisan Suryoday Yojana माध्यम सेकृषि कार्यों के लिए बिजली जल्द से जल्द प्रदान कि जाएगी।
जैसे की आप लोग जानते है कि गुजरात राज्य के किसानो पानी की समस्या होने के कारण अपने खेतो में सिचाई नहीं कर पा रहे है जिसकी वजह से गुजरात के किसानो को भरी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी समस्या को देखते हुए हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ने इस किसान सूर्योदय योजना को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी के नेतृत्व में गुजरात राज्य में शुरू किया है। इस योजना के ज़रिये राज्य के किसानो को दिन में सिचाई के लिए सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक बिजली प्रदान करना। जिससे वह अपने खेतो में दिन में सिचाई कर सके। इस योजना के ज़रिये किसानो की आदमी के बढ़ोतरी होगी। इस Kisan Suryoday Yojana के ज़रिये सिंचाई के लिए दिन के समय बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करना।
हमारे देश के प्रधानमंत्री जी के गुजरात राज्य में किसान सूर्योदय योजना के आलावा दो और परियोजनाओं का उद्घाटन किया है जिनका नाम है यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ़ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च के साथ संबद्ध पीडियाट्रिक हार्ट अस्पताल और गिरनार रोपवे। यह तीनों योजनाए एक प्रकार से गुजरात की शक्ति, भक्ति, स्वास्थ्य के प्रतीक हैं। प्रधानमंत्री जी ने जूनागढ़ जिले में गिरनार रोपवे और अहमदाबाद स्थित यू एन मेहता हृदयरोग संस्थान और शोध केंद्र से संबंद्ध बच्चों के हृदयरोग से संबंधित अस्पताल का भी उद्घाटन किया। यह योजनाए हाल ही में 130 करोड़ रुपये की लागत से यह पूरी हुई है।
राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत सिचाई के लिए बिजली प्राप्त करने के लिए आवेदन करना चाहते है तो उन्हें अभी थोड़ा इंतज़ार करना होगा। क्योकि आज के दिन यानि 24 अक्टूबर को ही हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस किसान सूर्योदय योजना का उद्घाटन किया है। इस योजना के तहत अभी ऑनलाइन आवेदन को लेकर कोई अधिकारी सूचना जारी नहीं की गयी है। जैसे ही गुजरात सरकार द्वारा इस Gujarat Kisan Suryoday Yojana के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आवेदन प्रक्रिया को शुरू कर दिया जायेगा। हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से बता देंगे।