Table of Contents
What is NGO: आज इस पोस्ट में हमें यह जानने को मिलेगा की NGO क्या होता है और NGO बना कर क्या-क्या काम किया जाता है, NGO की लग-भग पूरी जानकारी आपको इंडिया सुविधा वेबसाइट पर मिल जायगी –
NGO Full Form in Hindi: गैर सरकारी संगठन (Non Governmental Organization) होता है। NGO का मतलब एक ऐसे गैर सरकारी संगठन से है, जो न तो सरकार का हिस्सा है और न ही पारंपरिक लाभ का व्यवसाय। यह गैर लाभकारी संगठन होता है, जो महिला, बुजुर्ग, गरीब असहाय बच्चों, पर्यावरण, सामाजिक सेवा सरोकार इत्यादि से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए बनाया गया एक संगठन है। NGO को किसी एक लक्ष्य के लिए भी शुरू किया जा सकता है तो NGO सामाजिक जरूरतों के लिए भी बनाया जा सकता है, अब हम जानतें है इसी पोस्ट में NGO के बारे और भी बहुत कुछ इस लिए आगे पढ़ें-
Types of NGO: आइये हम जानते है की NGO (Non Governmental Organization) कितने प्रकार के होते है – NGO 3 प्रकार के होते है, और यह तीनो ही प्रकार में पंजीकरण का अलग-अलग प्रोसेस होता है |
Trust Act: भारत मे संघराज्य प्रणाली लागू है जिसके तहत अलग-अलग राज्यों मे अपने हिसाब से Trust अधिनियम होते है, लेकिन जिन राज्यों मे ट्रस्ट अधिनियम नही होता है उन राज्यों मे 1882 Trust Act लागू है, 1882 Trust Act के अंतरगत पंजीकरण के लिए कम से कम दो Trustees का होना जरूरी होता है, इस अधिनियम के अंतरगत NGO एवं TRUST का पंजीकरण करने के लिए, आपको Charity Commissioner या Registrar के office में आवेदन देना होगा, ट्रस्ट के पंजीकरण (Registration) में Deed नाम का Documents बनता है |
सोसायटी अधिनियम (Society Act) के अंतर्गत NGO के पंजीयन (Registration) के लिए Memorandum Of Association And Rules And Regulation Documents की जरूरी होती है, सोसायटी अधिनियम (Society Act) के अंतर्गत NGO का रजिस्ट्रेशन (Registration) करवाने के लिए कम से कम 7 सदस्यों का होना आवश्यक है |
कंपनी अधिनियम (Company Act) के अंतर्गत NGO के रजिस्ट्रेशन (Registration) करने के लिए Memorwndum And Articles Of Association And Regulation Docoment की आवश्यकता होती है, कंपनी अधिनियम (Company Act) के अंतर्गत NGO के रजिस्ट्रेशन (Registration) करवाने के लिए कम से कम 3 सदस्यों का होना जरूरी है |